दोस्तों धर्म चाहे जो भी हो, रीति-रिवाज चाहे जैसे भी हो, लेकिन हर एक इंसान को मृत्यु के बाद या तो दफनाया जाता है या मुखाग्नि दी जाती है और उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक गांव ऐसा भी है जहां के लोग अपने मरे हुए पूर्वजों के साथ अपना जीवन जीते हैं।
जी हां आज की कहानी बहुत ही interesting है. आज मैं आपको बताने वाला हूं Indonesia के torajan लोगों के बारे में जो अपनी मरे हुए रिश्तेदारों के शरीर को अपने घरों में रखते हैं, कई बार कुछ हफ्तों के लिए, कुछ महीनों के लिए और कभी कबार तो कई सालों के लिए और इतना ही नहीं मुर्दों का अपना एक कमरा होता है, इनके कपड़े regularly धोए भी जाते हैं और बदले भी जाते हैं. दिन में दो बार खाना और सिगरेट उन्हें Offer की जाती है और उनके कमरे की एक कोने में एक कटोरा रखा होता है जो उनके लिए toilet की तरह इस्तेमाल करने के लिए होता है.
अब आप सोच रहे होंगे कि अगर उनके शरीर को इतने समय तक घर में रखा जाता है तो उसमें smell क्यों नहीं पड़ती? दरअसल यहां के लोग मरे हो के शरीर में formulin नाम का एक preservative inject करते हैं जिसकी वजह से dead body decompose नहीं होती.
Torajan की रहने वाली एक औरत ने एक interview के दौरान बताया था कि उसने अपने पिता के शरीर को अपने घर में 12 सालों से रखा है। उसका कहना था कि अगर हम उनकी मृत्यु होते ही उन्हें दफना देते तो हमें तकलीफ होती इसलिए हमने उन्हें अपने साथ रखा है । ताकि जब हम उन्हें कुछ सालों बाद दफनाए उतना दुख ना हो।
साथ ही यह लोग ऐसा कभी नहीं कहते कि उनके घर में किसी की मृत्यु हुई है। वह कहते हैं कि हमारे घर में कोई बीमार है। बात बस इतनी सी है कि मौत या मृत्यु word k jagah बीमारी शब्द Use किया जाता है.
अब आप सोच रहे होंगे कि किसी ना किसी दिन तो यह मुर्दों को दफनाते ही होंगे. सही भी है. लेकिन funeral करने के बाद भी इस गांव में जीवित और मृत लोगों के बीच का यह रिश्ता खत्म नहीं होता. दरअसल यहां पर ma’nene यानी Cleaning of the corpses नाम से एक Ritual किया जाता है. यहां के गांव वासी अपने पूर्वजों के साथ कई हफ्ते, महीने और साल बिताने के बाद जब finally उन्हें उनका Funeral करते हैं तो वह उन्हें coffins में बंद करके एक जगह पर रखते हैं.
लेकिन ma’nene के Time पर वह उन कब्रों को खोदते हैं जहां से वह अपने मरे हुए रिश्तेदारों के शरीर को निकालते हैं और उनकी साफ सफाई करके, नए कपड़े पहना कर, सजा धजा कर फोटो खींचते हैं।
Torojan culture में सबसे बड़े Funeral जुलाई और अगस्त के महीनों में किए जाते हैं और उस दौरान यहां पर कई सारे tourists और travellers इस गांव का यह ritual देखने आते हैं.
क्या अगर आपको कभी मौका मिला तो क्या आप भी इंडोनेशिया के इस गांव में यह फेस्टिवल देखने जाएंगे